नई दिल्ली, सितंबर 11: मॉरीशस गणराज्य के माननीय प्रधानमंत्री, महामहिम डॉ. द ऑनरेबल नवीनचंद्र रामगुलाम ने, भारत गणराज्य के माननीय प्रधानमंत्री, महामहिम श्री नरेंद्र मोदी जी के आमंत्रण पर, भारत की राजकीय यात्रा की। इस अवसर पर दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में अत्यंत सार्थक और फलदायी वार्ताएं हुईं, जिनमें द्विपक्षीय संबंधों के विविध पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
मॉरीशस सरकार द्वारा प्रस्तुत प्राथमिकताओं एवं अनुरोधों के आधार पर, भारत और मॉरीशस ने आपसी सहयोग एवं साझेदारी की भावना से निम्नलिखित परियोजनाओं पर, सिद्धांत रूप में, सहमति व्यक्त की है।
अनुदान (Grant) के आधार पर परियोजनाएँ
I. नया सर सीवोसागर रामगुलाम राष्ट्रीय अस्पताल।
II. आयुष उत्कृष्टता केंद्र (AYUSH Centre of Excellence)।
III. पशु चिकित्सा विद्यालय और पशु अस्पताल।
IV. हेलीकॉप्टर की आपूर्ति।
इन परियोजनाओं का अनुमानित व्यय लगभग 215 मिलियन अमेरिकी डॉलर / 9.80 अरब मॉरीशस रुपया (MUR) होगा।
अनुदान एवं ऋण-पत्र (Grant-cum-LOC) के आधार पर परियोजनाएँ
I. एसएसआर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए एटीसी टॉवर का निर्माण कार्य पूर्ण करना।
II. मोटरवे M4 का विकास।
III. रिंग रोड फेज़-II का विकास।
IV. सीएचसीएल (CHCL) द्वारा बंदरगाह उपकरण की खरीद।
इन परियोजनाओं का अनुमानित व्यय लगभग 440 मिलियन अमेरिकी डॉलर / 20.10 अरब मॉरीशस रुपया (MUR) होगा।
रणनीतिक सहयोग
दोनों पक्षों ने परस्पर विश्वास एवं रणनीतिक साझेदारी की भावना के तहत निम्नलिखित क्षेत्रों में सहयोग को भी सिद्धांत रूप में स्वीकार किया है:
I. मॉरीशस में बंदरगाह का पुनर्विकास एवं पुनर्गठन।
II. चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र (Chagos Marine Protected Area) के विकास एवं निगरानी में सहयोग।
बजटीय सहायता
इसके अतिरिक्त, भारत सरकार ने इस बात पर भी सिद्धांत रूप में सहमति व्यक्त की है कि चालू वित्तीय वर्ष में 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बजटीय सहायता मॉरीशस सरकार को प्रदान की जाएगी।
यह विशेष आर्थिक पैकेज दोनों देशों के बीच गहरी मित्रता, साझा मूल्यों और दीर्घकालिक सहयोग की भावना का प्रतीक है। यह पहल न केवल द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और सतत विकास में भी योगदान देगी।