नई दिल्ली [भारत], 12 नवंबर: आईएएस अधिकारी और प्रेरक वक्ता सोनल गोयल की पुस्तक ‘नेशन कॉलिंग: होलिस्टिक अप्रोच टू यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन’ ने लंदन के वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय में भव्य रूप से अंतरराष्ट्रीय मंच पर कदम रखा।
पुस्तक विमोचन समारोह में वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पीटर बोनफील्ड, प्रो. कॉलिन कॉल्सन-थॉमस (प्रबंधन सेवा संस्थान के अध्यक्ष), शैलेश आईएएस (सेवानिवृत्त), श्री मनोज के. राउत (आईओडी भारत के सीईओ), और श्री देश दीपक वर्मा आईएएस (सेवानिवृत्त, पूर्व महासचिव, राज्यसभा) सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।
समारोह के बाद विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्दी लिविंग में गोयल द्वारा मुख्य भाषण दिया गया। छात्रों, संकाय सदस्यों और विशिष्ट अतिथियों को संबोधित करते हुए, उन्होंने ‘युवाओं को सशक्त बनाना और स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देना’ विषय पर उत्साहपूर्ण बात की।
बाद में कार्यक्रम में उन्होंने ‘स्वस्थ जीवन और समावेशी विकास के लिए सतत प्रथाओं पर बोर्ड की रणनीति’ विषय पर एक पैनल चर्चा में भी भाग लिया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के विभिन्न पहलुओं जैसे युवाओं के सशक्तिकरण, स्वस्थ जीवनशैली और समावेशी विकास पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
यह गतिविधियां मुख्य रूप से लंदन में यूके की संसद, हाउस ऑफ लॉर्ड्स में आयोजित इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स (आईओडी) के वार्षिक वैश्विक सम्मेलन का हिस्सा बनीं।
कार्यक्रम में बोलते हुए, सोनल गोयल ने अपनी पुस्तक को वैश्विक मंच पर लाने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “लंदन के इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में मेरी पुस्तक का विमोचन न केवल मेरे या मेरी पुस्तक के लिए, बल्कि प्रत्येक भारतीय के लिए सम्मान की बात है। यह किताब सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए नहीं है, बल्कि युवाओं के जीवन को दिशा देने की कुंजी है।’’
यह पुस्तक मूल रूप से भारत में पिछले साल केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री श्री किरेन रिजिजू द्वारा नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में लॉन्च की गई थी और इसे पहले ही व्यापक प्रशंसा मिल चुकी है।
‘नेशन कॉलिंग’ के माध्यम से, त्रिपुरा कैडर के 2008 बैच के आईएएस अधिकारी और वर्तमान में त्रिपुरा सरकार में सचिव के रूप में कार्यरत सोनल गोयल, उद्देश्य और सामाजिक जिम्मेदारी की व्यापक भावना को बढ़ावा देते हुए प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं को क्रैक करने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
युवा प्रतिभाओं को पोषित करने की उनकी प्रतिबद्धता पुस्तक से परे तक फैली हुई है। वह अपने सामाजिक कार्यों, सार्वजनिक व्यस्तताओं और सोशल मीडिया पर अपनी जीवंत उपस्थिति के माध्यम से प्रेरित करना जारी रखती हैं, जहां लाखों लोग उन्हें फॉलो करते हैं।